मंगलायतन विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘दिशा’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एंटी रैगिंग के तहत आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्वविद्यालय परिसर में रैगिंग की समस्याओं के प्रति जागरूकता फैलाना और विद्यार्थियों को कानून और उनके अधिकारों के बारे में जानकारी देना था।
कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह ने स्वयं की सफलता की कहानी सुनाते हुए विद्यार्थियों को प्रेरित किया और उन्हें विश्वास दिलाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन विद्यार्थियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर है। उन्होंने कहा कि अनुशासन जीवन जीने की कला है, जीवन में जो झुकता है वह हमेशा प्राप्त करता है। उन्होंने विद्यार्थियों का अपने भविष्य के लिए आज से तैयार करने की प्रेरणा दी और कहा कि विद्यार्थियों को बुरी आदतों को ग्रहण नहीं करना चाहिए। क्योंकि गलत आचरण स्वयं के साथ समाज के लिए भी हितकर नहीं होता। प्रोक्टर डा. किशन पाल सिंह ने कहा कि रैगिंग एक सामाजिक समस्या नहीं, बल्कि गंभीर अपराध है। विश्वविद्यालय में एक ऐसा वातावरण तैयार किया गया है, जहां विद्यार्थी स्वतंत्रता, समानता और सम्मान के साथ अध्ययन कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि अनैतिक व्यवहार के मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। इस कार्यक्रम ने विद्यार्थियों को नई जागरूकता और आत्मविश्वास भर दिया और शिक्षाप्रद वातावरण में अध्ययन को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरणा बना। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो. राजीव शर्मा, प्रो. आरके शर्मा, प्रो. सौरभ कुमार, प्रो. सिद्धार्थ जैन, डा. संतोष गौतम, डा. पूनम रानी आदि थे। संचालन डा. हिबा इस्लाही ने किया।